इस देश मे ब्रम्हणो कि अनियंत्रित सत्ता हि भ्रस्टाचार का मुल कारण हैं
हली मे जो सरकार(अण्णा के ) द्वारा भ्रस्टाचार डंका पिट रही हैं ! वास्तव मे वह आधा सच हैं !
अण्णा तो केवळ आर्थिक भ्रस्टाचार के उपर बखेडा खडा कर रहे हैं ! भ्रस्टाचार साधारणतः ५ प्रकार के होत हैं !
1) धार्मिक भ्रस्टाचार :
इस देश मे अमरिका के अर्थव्यवस्था के दुगना और भारत के बजेट के आठगुणा जादा संपत्ती मंदिरो मे हैं !
और यह मंदिर केवळ ब्रम्हणो के कबज्जे मे हैं !और यह संपती केवळ obc भाईओ कि हैं !तो इस धार्मिक भ्रस्टाचार के उपर भी चर्चा होनी चाहिये !
२) सामाजिक भ्रस्टाचार:
इस भ्रस्टाचार का मतलब होता हैं कि जाती व्यवस्था,वर्णव्यवस्था और गैरबराबरी को बढावा देणा ! यह काम इस देश में ब्रम्हणो के सिवा कोई नाही करता !
तो यह मुद्दा कोण उठायेगा !
३ ) राजकीय भ्रस्टाचार :
चारा घोटाळा ,स्पेक्ट्रम घोटाळा ,राष्ट्रकुट घोटाळा ,यह सब राजकीय भ्रस्टाचार हैं ! इसपर ब्राह्मण मिडिया कभी चर्चा नाही करता !
४) संविधान का भ्रस्टाचार :
संविधान के कलम बदलकर मूलनिवासीयो को उनके हक अधिकार से वंचित करणा .ब्रम्हणो द्वारा मानुस्मुर्ती लागू करणा !हिंदुस्थान जैंसा गैर कानुनी शब्द लागू करणा यह
संविधान का भ्रस्टाचार होता हैं ! इसपर भी कभी ब्राम्हणी सरकार चर्चा नाही होनी देती !
५) आर्थिक भ्रस्टाचार :
ग्राम पंचायत से लेकर राष्ट्रपती तक जो पैसो का भ्रस्टाचार होता हैं ! उसे आर्थिक भ्रस्टाचार कहते हैं ! इके उपर अण्णा नाच राहा हैं !
अब देखो इस देश कि धर्म सत्ता ,न्यायपालिका ,कार्यपालिका ,मेडिया , और प्रचार प्रसार माध्यम यह सारा का सारा ब्रम्हणो के कब्जे में हैं ! तो भ्रस्टाचार को बढावा देणे का काम भी ब्राम्हण हि कर र्राहे हैं !तो इस देश मे ब्रम्हणो कि अनियंत्रित सत्ता हि भ्रस्टाचार का मुल कारण हैं!
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